Wrestlers Protesting: प्रदर्शनकारी पहलवानों के सपोर्ट में आज यानी बुधवार को होने वाली खाप महापंचायत के बीच सरकार ने कहा है कि वो रेसलरों के साथ चर्चा के लिए तैयार है. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (anurag thakur) मंगलवार देर रात कहा है कि पहलवानों के साथ चर्चा के लिए उन्हें आमंत्रण भेजा गया है. दो दिन पहले ही पहलवानों का गुट केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिला था. जिसके बाद खेल मंत्री ने उन्हें मिलने बुलाया है. मीटिंग में माना जा रहा है कि पहलवान तीन मांगों के साथ पहुंचेंगे.
Wrestlers Protesting: आज खेल मंत्री के साथ मीटिंग में पहलवानों की ये है तीन मांगें
- पहलवानों की सबसे बड़ी मांग बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की है.
- रेसलिंग फेडरेशन के चीफ के चुनाव की मांग भी पहलवान रख सकते हैं.
- पहलवानों के तीसरी मांग रेसलिंग में बकौल पहलवान माहौल बेहतर बनाने की मांग होगी.
भारत के युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (anurag thakur) ने मंगलवार देर रात ट्वीट करते हुए कहा, सरकार पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. मैंने पहलवानों को एक बार फिर से बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. बता दें कि शाह से मुलाकात से पहले प्रदर्शनकारी पहलवान ठाकुर से भी मिले थे और करीब दो घंटे तक बातचीत भी हुई थी.
बीजेपी (BJP) सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े प्रदर्शनकारी पहलवान के सपोर्ट में आज महापंचायत बुलाई गई है. यह खाप महापंचायत फोगाट बहनों के गांव बलाली और दादरी में बुलाई गई है. इसमें विनेश फोगाट और संगीता फोगाट भी मौजूद रहेंगी. महापंचायत की अगुवाई सांगवान खाप करेगी. पिछले करीब एक महीने से अधिक समय से दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने वाले पहलवान कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण (Brij Bhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं. विरोध करने वाले पहलवानों में 2021 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले देश के टॉप पहलवान भी शामिल हैं. इन पहलवानों ने बीजेपी सांसद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि पहलवानों (Wrestlers Protesting) के विरोध प्रदर्शन और सुप्रीम कोर्ट (Suprem court) के हस्तक्षेप के बाद 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ दो केस दर्ज की थी. इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस की एसआईटी इस मामले में जांच कर रही है और सिंह समेत पहलवानों की ओर से बयान दर्ज किए जा रहे हैं.दिल्ली पुलिस की एक टीम सोमवार को बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के गोंडा स्थित पैतृक निवास भी पहुंची हुई थी. जहां उन्होंने सांसद के करीबी सहयोगी और सुरक्षाकर्मियों समेत 12 लोगों के बयान दर्ज किए. दिल्ली पुलिस की ओर से इस मामले में अब तक 120 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं. इधर पहलवानों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस जानबूझकर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष को गिरफ्तार नहीं कर रही है.