UP News: कुख्यात माफिया से बाहुबली राजनेता बने अतीक अहमद और उसके माफिया भाई अशरफ (atiq ahmed dead) की सरेआम हत्या खबरों में बनी हुई है। माफिया भाईयों की हत्या से एक बड़ा तबका जो उसके वारदातों से पीड़िता था खुश है, वहीं ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो अतीक अहमद के मारे जाने पर गम में डूबे हैं। एक तबका लगातार उन्हें मसीहा बता रहा है और उसकी मौत को शहीद करार दे रहा है। ऐसे में आशंका है कि जुमे की नमाज के बाद ऐसे तत्व बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर सकते हैं।
यूपी में शुक्रवार के नमाज के बाद हिंसा का एक पैटर्न रहा है। शुक्रवार को रमजान के महीने का आखिरी जुमा होने के कारण आपराधिक तत्व इसका गलत फायदा उठा सकते हैं। लिहाजा प्रयागराज समेत पूरे यूपी में पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संवेदनशील क्षेत्रों की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। ऐसे इलाकों में बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस की इंटेलिजेंस ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा की आशंका जाहिर की है। कुछ आपराधिक तत्व लोगों को भड़काकर माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। जिसके बाद पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। संवेदनशील इलाके के छतों की ड्रोन से निगरानी की जा रही है ताकि यहां पत्थर और अन्य हथियार जमा करने वालो पर नजर रखी जा सके। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
UP News: केंद्रीय बलों की टीम भी तैनात
उत्तर प्रदेश में आज अलविदा की नमाज है और कल यानी 22 अप्रैल को ईद है। इसको लेकर प्रदेश को 800 से अधिक जोन और 2400 से अधिक सेक्टर में बांटकर पुलिस और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। जानकारी के मुताबिक, ईद पर प्रदेश के 29439 मस्जिदों और 3865 ईदगाहों में नमाज होगी। इन जगहों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन के जरिए की जाएगी।
माफिया बंधु अतीक अहमद और अशरफ अहमद को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था। जिसके बाद यूपी पुलिस अतीक को अहमदाबाद की साबरमती जेल से और अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाई थी। प्रयागराज कोर्ट ने दोनों को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। रिमांड के दौरान 15 अप्रैल को दोनों भाईयों को कॉल्विन हॉस्पिटल मेडिकल चेकअप के लिए ले गई थी। जहां पहले से घात लगाए बैठे तीन हमलावरों ने दनादन फायरिंग कर दोनों भाईयों को मौत के घाट उतार दिया था। तीनों हमलावरों ने वारदात के बाद मौके पर ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। तीनों मीडियाकर्मी बनकर घटनास्थल पर पहुंचे थे। फिलहाल तीनों आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरूण मौर्य पुलिस की कस्टडी में हैं।