दो करोड़ रुपये की घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार एएसपी (ASP divya mittal) दिव्या मित्तल को सस्पेंड कर दिया गया है. सरकार ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है. दिव्या की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके फार्म हाउस और रिजॉर्ट से भारी मात्रा में शराब बरामद की थी. बताया जाता है कि ये शराब वहां आए स्पेशल गेस्ट को परोसी जाती थी.

राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा 2 करोड़ के घूसकांड का खुलासा करते हुए अजमेर एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को गिरफ्तार (Arrest Divya Mittal) किए जाने के बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने अब दिव्या मित्तल को एडिशनल एसपी के पद से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पुलिस विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक मित्तल को बीते 16 जनवरी को एसीबी ने घूसकांड में हिरासत में लिया था जिसके बाद वह फिलहाल पुलिस अभिरक्षा में है. ऐसे में अब राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 के तहत सरकार ने पद से निलंबित कर दिया है. वहीं निलंबन काल के दौरान दिव्या का मुख्यालय महानिदेशक पुलिस, जयपुर रहेगा. मालूम हो कि दिव्या की गिरफ्तारी के बाद सरकार के एसओजी महकमे में हड़कंप मच गया था जहां दिव्या ने गिरफ्तारी के बाद कहा था कि घूस के पैसे ऊपर तक पहुंचाने पड़ते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक इस रिजॉर्ट का संचालन उदयपुर पुलिस (police) से बर्खास्त पुलिसकर्मी सुमित कुमार कर रहा था जो रिश्वत मामले में दलाल भी है. अंबामाता पुलिस ने सुमित और दिव्या मित्तल के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है.पुलिस ने एएसपी दिव्या मित्तल के रिजॉर्ट से 27 बोतल बियर समेत बड़ी मात्रा में शराब बरामद की थी. बताया जा रहा है कि रिजॉर्ट में शराब बेचने का कोई लाइसेंस संचालक की तरफ नहीं लिया गया था. यह अवैध रूप से रिजॉर्ट में रखकर आने वाले पर्यटकों को परोसी जाती थी.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने किया था गिरफ्तार
रिश्वत के मामले में ये कार्रवाई राजस्थान (rajasthan news) के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जयपुर टीम ने की थी. इसमें दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया गया था. एसीबी ने दिव्या को अजमेर स्थित उनके निजी आवास पर तलाशी लेने के बाद गिरफ्तार किया था.दिव्या ने कहा था कि उन्हें ड्रग माफियाओं को पकड़ने का यह इनाम मिला है और वहीं उन्होंने अजमेर के पुलिस अधिकारियों को भी ड्रग मामले में शामिल होने का आरोप लगाया था. दरअसल, जब जयपुर एसीबी की टीम उनके अजमेर में घर से गिरफ्तार कर ले जा रही थी तब उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी भी व्यक्ति से रिश्वत की मांग नहीं की है.