Legacy Blue Tick: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) और उनके दोनों डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्या सहित देश-प्रदेश के तमाम बड़े नेताओं के ब्लू टिक हट गये हैं। इस लिस्ट में बसपा प्रमुख मायावती, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (rahul gandhi) और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नाम भी शामिल हैं। लेकिन, अखिलेश यादव का ब्लू टिक बरकरार है।

इसकी वजह है कि उनकी सोशल मीडिया टीम ने समय रहते ब्लू टिक की सर्विस ले ली थी जबकि दूसरे इससे चूक गये। बता दे की उत्तर प्रदेश में शुक्रवार सुबह सबसे ज्यादा जिस खबर को लेकर चर्चा थी, वह थी ट्विटर का ब्लू टिक। खासकर सियासी गलियारों में योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव (akhilesh yadav) की सोशल मीडिया (social media) टीम की सक्रियता की चर्चा आम हो गई। फिलहाल, माना जा रहा है कि जिन दिग्गजों का ब्लू टिक हटा है, जल्द ही वह इसके लिए अप्लाई करेंगे।
Legacy Blue Tick: ब्लू टिक के लिए चुकाने होंगे इतने पैसे
ट्विवर के मालिक एलन मस्क ने 12 अप्रैल को ही यह घोषणा कर दी थी कि 20 अप्रैल के बाद ब्लू टिक की सर्विस पेड हो जाएगी। ऐसे यूजर जो सब्सक्रिप्शन फीस नहीं देंगे, उनका ब्लू टिक लीगेसी चेकमार्क हटा दिया जाएगा। ब्लू टिक के लिए फिर से इच्छुक यूजर्स को ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन लेना होगा। भारत में एंड्रॉयड और आईओएस ट्विटर ऐप पर ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए 900 रुपये प्रति महीना और ट्विटर वेब पर 650 रुपये प्रति महीना चुकाने होंगे। ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के वार्षिक पैक पर 12 फीसदी डिस्काउंट मिलता है। गौरतलब है कि ट्विवटर यूजर्स को ब्लू चेकमार्क तो मिलता है ही, साथ ही दूसरे कई फीचर्स भी मिलते हैं जो नॉर्मल ट्विटर यूजर्स को नहीं मिलते।
इन लोगों को फ्री में मिलेगी सुविधा
ट्विवटर कंपनी की तरफ से कुछ लोगों को मुफ्त में ब्लू टिक वेरिफिकेशन की सुविधा देने की जानकारी दी गई है। इसके तहत ट्विटर पर वेरिफाइड संस्थानों से जुड़े लोगों के पास यह खास सुविधा होगी कि वे अपने अकाउंट पर वेरिफाइड टिक बिना Pay किए बनाए रख सकेंगे।