Junaid-nasir Murder: राजस्थान के 2 मुस्लिम युवक नासिर-जुनैद हत्याकांड में आरोपी गौरक्षक मोनू मानेसर पर यूट्यूब ने भी एक्शन ले लिया है. उसके यूट्यूब (youtube) पार्टनर प्रोग्राम को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया है. यानि अब मोनू मानेसर खुद के द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किए गए किसी भी वीडियो (video) से पैसे नहीं कमा सकेगा. इतना ही नहीं आपत्तिजनक पाए जाने पर मोनू मानेसर के यूट्यूब से 9 वीडियो भी हटा दिए गए हैं. ये कार्रवाई पिछले दिनों दो युवकों को जिंदा जलाने के मामले में मोनू मानेसर को आरोपी बनाए जाने के बाद की गई है. मोनू मानेसर के खिलाफ पहले गुरुग्राम में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ और उसके बाद राजस्थान में 2 युवकों को अगवा कर हत्या करने का मामला दर्ज हुआ था.
अपने आप को गौ रक्षक बताने वाले मोनू मानेसर की सोशल मीडिया पर अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है. मोनू मानेसर के करीब 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स है. बता दें कि गुरुग्राम के गांव मानेसर का रहने वाला मोहित यादव उर्फ मोनू बजरंग दल में हरियाणा गौरक्षा प्रमुख है. उसने खुद का यूट्यूब अकाउंट बनाया हुआ है, जिस पर 2 लाख से ज्यादा उसके फॉलोअर्स हैं. इतना ही नहीं उसके फेसबुक पेज पर 83 हजार फॉलोअर्स हैं. मोनू लगातार अपने वीडियो यूट्यूब व फेसबुक (facebook) पर पोस्ट करता रहता है और इससे कमाई भी करता है.पिछले दिनों मोनू पर आरोप लगा कि अपने यूट्यूब पर बनाए अकाउंट पर उसने काफी आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किए. इसमें कथित गौरक्षकों की पिटाई और खुलेआम हथियार के साथ काफी वीडियो अपलोड किए, लेकिन उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. नासिर-जुनैद की हत्या के बाद चर्चा में आने पर यूट्यूब ने एक्शन लिया और उसके 9 वीडियो हटा दिए.
Junaid-nasir Murder: मोनू पर 2 युवकों की हत्या का है आरोप
मोनू पर 2 युवकों को जिंदा जलाकर मारने का आरोप है. जब ये एफआईआर (FIR) दर्ज हुई तो मोनू के समर्थन में हरियाणा में कई जगह पंचायत हुई और दावा किया गया कि मोनू मानेसर को गलत फंसाया जा रहा है. राजस्थान (rajasthan) के जिला भरतपुर के पहाड़ी इलाके के गांव घाटमीका निवासी नासिर (28) और जुनैद (33) को 15 फरवरी को किडनैप किया गया था. अगले दिन 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में दोनों के कंकाल बरामद हुए थे. इस मामले में दोनों के परिवार ने बजरंग दल से जुड़े गौरक्षक मोनू मानेसर और उसके साथियों पर मार पिटाई के बाद जिंदा जलाकर मार देने का आरोप लगाया था.
इसके बाद भरतरपुर थाना पुलिस ने मोनू मानेसर सहित अन्य लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस भी दर्ज है. अभी तक इस मामले में सिर्फ श्रीकांत नाम के एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है, जबकि राजस्थान पुलिस (rajasthan police) मामले में फरार 8 आरोपियों की फोटो भी जारी कर चुकी है. हालांकि इन 8 आरोपियों में मोनू मानेसर का नाम नहीं था, लेकिन FIR में मोनू का नाम था इसलिए वो अभी भी फरार है.पहले भी कई घटनाओं में मोनू मानेसर का नाम शुरू से ही विवादों से जुड़ता रहा है, लेकिन 28 जनवरी को वारिस की मौत और फिर 6 फरवरी को पटौदी में फायरिंग के बाद एकाएक मोनू मानेसर का नाम उछला, लेकिन नासिर-जुनैद की हत्या के बाद तो मोनू मानेसर की चर्चा देशभर में शुरू हो गई.