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Rajasthan: सीएम गहलोत की तस्वीरों पर पोती कालिख, आखिर किसने की ये हरकत?

Rajasthan: सीएम गहलोत की तस्वीरों पर पोती कालिख, आखिर किसने की ये हरकत?

Rajasthan: राजस्थान के जयपुर शहर में शनिवार रात बेहद चौकाने वाला घटनाक्रम देखने को मिला। शहर में जगह-जगह लगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के पोस्टर्स पर किसी ने कालिख पोत दी। ये पोस्टर सरकारी योजनाओं और उपलब्धियों के जिक्र के साथ लगे थे जिसमें सीएम की तस्वीर भी छपी है। कई पोस्टर्स में सीएम की फोटो पर कुछ सिरफिरों ने बीती रात को कालिख पोत दिया। रविवार सुबह जब पुलिस और प्रशासन को इस हरकत के बारे में पता चला तो अफसरों ने इस कालिख को मिटाने का काम शुरू किया। सीएम गहलोत के जयपुर में लगे पोस्टर पर कालिख पोतने की यह हरकत किसने की ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि 14 मार्च को बीजेपी से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर मुख्यमंत्री की गाड़ी को रोक दिया था और काले झंडे दिखाए थे। शनिवार रात को हुई हरकत को भी उसी घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।

Rajasthan: विरोध जताने के लिए हुई हरकत- हुश्यार मीणा

अखिल भारतीय छात्र संगठन के राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार मीणा का कहना है कि अपनी भावनाएं प्रकट करने के लिए लोकतंत्र में विरोध करना जायज है। पोस्टर में मुख्यमंत्री की फोटो पर कालिख से जुड़े सवाल पर मीणा ने कहा कि यह आम छात्र की पीड़ा है। चार दिन पहले जब मुख्यमंत्री राजस्थान विश्वविद्यालय में आए थे तब एबीवीपी के छात्र उनसे मिलकर अपना ज्ञापन देना चाहते थे लेकिन पुलिस अफसरों ने मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया। हुश्यार मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत को छात्रों की बातों को सुनना चाहिए थे। ऐसा नहीं होने पर छात्रों ने 14 मार्च को मुख्यमंत्री के काफिले को घेरा और उनकी गाड़ी को रोककर काले झंडे दिखाए थे। शनिवार रात को हुई गहलोत के पोस्टर पर कालिख पोतने की यह घटना भी उसी से जुड़ी हुई मानी जा रही है।

Rajasthan: जयपुर में वीरांगनाओं के आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री का विरोध देखा जा रहा है। वीरांगनाओं के समर्थन में भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा भी आंदोलन कर रहे थे। पुलिस ने जब वीरांगनाओं को जबरन धरने से हटाकर उन्हें अपने अपने घरों तक पहुंचाया तो डॉ. किरोड़ीलाल मीणा पुलिस से भिड़ गए थे। धक्का मुक्की में डॉ. मीणा चोटिल हुए और सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती हो गए थे। बाद में उन्हें दिल्ली एम्स भेजा गया। बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा के समर्थक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का लगातार विरोध कर रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री की ओर से यह स्पष्ट किया जा चुका है कि अनुकंपा नौकरी वीरांगनाओं या उनके बच्चों को ही दिए जाने का प्रावधान है। शहीदों के बच्चों का हक मारकर रिश्तेदारों को नौकरी देने का नियम भी नहीं है। ऐसा करना न्याय संगत भी नहीं है। राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा फिलहाल दिल्ली एम्स में भर्ती हैं।

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