Barabanki: प्रयागराज के भ्रमणशील पंचायती उदासीन अखाड़े के कोषाध्यक्ष रामदास (48) का शव कमरे में ही संदिग्ध (suicide) हालात में लटका मिला है। शव के पास ही एक रजिस्टर मिला है, जिसमें उन्होंने मान सम्मान से खिलवाड़ होने का जिक्र जैसी बात लिखी है। पुलिस ने सिफारिश की है कि शव के पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी करवाई जाए। (barabanki news today) प्रयागराज के इस अखाड़े के देश भर में सैकड़ों की संख्या में आश्रम और उससे जुड़े पूजा स्थल हैं।

27 दिसंबर की सुबह पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा के महंत श्री महेश्वर दास और महंत अद्वैतानंद के नेतृत्व में साधु संतों की संगत फतेहपुर पहुंची थी। स्वागत सत्कार के साथ इन्हें संगत स्थल ले जाया गया था। (suicide) तभी से वहां संघ का प्रवास चल रहा है। तकरीबन 45 संतों की टोली में अखाड़ा के कोषाध्यक्ष राम दास भी शामिल थे। गुरुवार सुबह काफी देर तक रामदास अपने कमरे से नहीं निकले। खोज शुरू हुई तो उनका शव कमरे की छत से रस्सी के सहारे लटकता मिला। महंत महेश्वर दास ने घटना की सूचना पुलिस को दी। कुछ ही देर में सीओ रघुवीर सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अनिल पांडे फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पीछे के रास्ते कमरे में पहुंची पुलिस ने शव उतारा। रामदास मूल रूप से पंजाब प्रांत के निवासी बताए गए हैं।

Barabanki News: रजिस्टर पर लिखा अपमान बर्दाश्त नहीं
इंस्पेक्टर (barabanki news today) फतेहपुर अनिल पांडेय ने बताया कि रामदास अलग कमरे में रुके थे। कमरे में एक रजिस्टर मिला इसमें लिखा था कि यह कृत्य मेरे सम्मान के खिलाफ है। लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे। साथी संतों ने पुलिस को बताया कि फतेहपुर आने से पहले संतों की टोली सीतापुर जिले के पैंतेपुर के आश्रम में रुकी थी। वहां पर विमल नाम के एक सेवक ने रामदास के पास रहने वाले थैले से दो लाख रुपये पार कर दिए थे। फिर छुट्टी लेकर चला गया। बाद में इसका पता चला तो रामदास खुद को मामले का दोषी समझने लगे, उसी अवसाद में उसने आत्महत्या कर ली। रामदास का एक चचेरा भाई भी टोली में शामिल है। इंस्पेक्टर ने बताया कि वैसे रामदास के रात पौने चार बजे तक कमरे में जागने और उल्टी करने की बात अन्य साथी बता रहे हैं, उनके नशे के आदी होने की बात भी आ रही है। देरशाम आई पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिंग बताई जा रही है।