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बाबा रामदेव ने महिलाओं के कपड़ों पर दिया शर्मनाक बयान बवाल मचने के बाद मांगी माफी

योग गुरु स्वामी रामदेव एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। दरअसल, पुणे में आयोजित एक योग शिविर के दौरान उन्होंने कहा कि महिलाएं साड़ी, सलवार और सूट में भी अच्छी लगती हैं, और मेरी तरह कुछ ना भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं।जिसके बाद बाबा रामदेव का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।हैरान करने वाली बात यह है कि रामदेव जब यह बात कह रहे थे, बाबा रामदेव की महिलाओं के पहनावे पर ताजा टिप्पणी से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में आक्रोश है। वही नि:शुल्क योग प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा कि महिलाएं साड़ियों में अच्छी लगती हैं, वह सलवार सूट में अच्छी लगती हैं और मेरे विचार में वह बिना कुछ पहने भी अच्छी दिखती हैं।

तब राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पत्नी अमृता संग वहां मंच पर मौजूद थे। वही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने भी इस बयान की निंदा कड़ी की है।उन्होंने वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए कहा, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की पत्नी के सामने स्वामी रामदेव द्वारा की गई टिप्पणी अमर्यादित और निंदनीय है। इस बयान से सभी महिलाएं आहत हुई हैं, बाबा रामदेव को इस बयान पर देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए। उल्लेखनीय है की इस वायरल वीडियो में बाबा रामदेव कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, बहुत बदनसीब हैं आप। सामने के लोगों को साड़ी पहनने का मौका मिल गया, पीछे वालों को मिला ही नहीं। आप साड़ी पहन के भी अच्छी लगती हैं, सलवार सूट में भी अमृता की तरह अच्छी लगती हैं और मेरी तरह कोई ना भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं। अब तो लोग लोक लज्जा के लिए पहन लेते हैं। बच्चों को कौन कपड़े पहनाता है पहले। हम तो आठ दस सालों तक तो ऐसे ही नंगे घूमते रहते थे। ये तो अब जाकर पांच-लेयर बच्चों के कपड़ों पर आई है। तो वही रामदेव के बयान पर अब सियासत भी तेज हो गई है। उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना नेता संजय राउत ने पूछा, अमृता फडणवीस ने टिप्पणियों का विरोध क्यों नहीं किया?

साथ ही संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, जब राज्यपाल शिवाजी पर अपमानजनक टिप्पणी करते हैं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के गांवों को अपनी राज्य की सीमा में मिलाने की धमकी देते हैं, अब बीजेपी प्रचारक रामदेव महिलाओं का अपमान करते हैं, तो सरकार चुप रहती है। क्या सरकार ने अपनी जुबान दिल्ली के पास गिरवी रख रखी है?आंध्र प्रदेश महिला समाख्या ने भी बाबा रामदेव के बयान पर विरोध दर्ज कराया. वहीं, महाराष्ट्र के चंद्रपुर में जिला महिला कांग्रेस ने बाबा रामदेव के खिलाफ प्रदर्शन किया. जिलाधिकारी कार्यालय के सामने महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओ ने बाबा रामदेव के बयान का विरोध करते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर रामदेव माफी नहीं मांगते हैं तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा. वही तृणमूल कांग्रेस से सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि अब उन्हें पता चला कि बाबा रामदेव रामलीला मैदान से महिलाओं के वेश में क्यों भागे थे.

बता दे की बता दें कि कार्यक्रम में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस भी मौजूद थीं. बाबा रामदेव वे कहा, ‘अमृता फडणवीस को जवान रहने का इतना जुनून है कि मुझे लगता है कि अमृता फडणवीस 100 साल की नहीं होंगी, क्योंकि वे बड़े सोच-समझकर भोजन करती हैं, खुश होती हैं, जब वे बच्चों की तरह मुस्कुरा रही होती हैं.’ बाबा रामदेव ने आगे कहा कि वे अमृता फडणवीस के चेहरे पर मुस्कान की तरह सभी के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते हैं. आपको बता दे की इस टिप्पणी की व्यापक निंदा हुई और यहां तक ​​कि महाराष्ट्र महिला आयोग ने नोटिस भी जारी किया क्योंकि निकाय ने उनके बयान को गंभीरता से लिया। वही महाराष्ट्र महिला आयोग की प्रमुख रूपाली चाकणकर ने दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगने वाले पैनल द्वारा भेजे गए नोटिस के जवाब में बाबा रामदेव द्वारा जारी माफी की एक कॉपी ट्वीट की। उन्होंने मराठी में ट्वीट करते हुए लिखा, “बाबा रामदेव उर्फ ​​राम किसान यादव ने ठाणे में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में महिलाओं को लेकर बेहद निचले दर्जे का बयान दिया था।” उन्होंने आगे लिखा, “राज्य महिला आयोग ने इस बयान को गंभीरता से लेते हुए बाबा रामदेव उर्फ ​​राम किसान यादव को नोटिस जारी कर दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा था।

आयोग को इस बारे में उनका स्पष्टीकरण मिल चुका है और उन्होंने बयान के लिए माफी मांगी है।” अपने ट्वीट के साथ रूपाली चाकणकर ने बाबा रामदेव द्वारा जारी माफीनामे की एक कॉपी भी संलग्न की। इसमें लिखा था, “मैंने हमेशा महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम किया है ताकि महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान मिले। मैंने केंद्र सरकार की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पहल के तहत विभिन्न नीतियों को हमेशा प्रोत्साहित किया है। इसलिए यह स्पष्ट है कि मेरा महिलाओं का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था और सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही क्लिप संदर्भ से बाहर है।”

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