छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार (Baloda Bazar) शहर में 10 रुपए के सिक्के नहीं चलने का अफवाह इस तरह से फैली हुई है कि सालों से व्यापारी और ग्राहक 10 रुपए का सिक्का नहीं ले रहे हैं. व्यापारी कहते हैं कि 10 रुपए का सिक्का (10 rupee coin) नहीं चलता और ग्राहक कहते हैं कि हमें 10 रुपए का सिक्का मत दीजिए. यह नहीं चलता आखिर ये दोनों के बीच सिर्फ अफवाह है, जिसकी पड़ताल मीडिया ने ग्राहकों से और व्यापारियों से की है. वहीं इस पर प्रशासनिक अधिकारी रोमा श्रीवास्तव ने व्यापारियों से अधिक लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान बिल्कुल ना दें.

दरअसल, बलौदाबाजार शहर में सालों से 10 रुपए के सिक्के का चलन पूरी तरह से बंद हो चुका है. कारण यह है कि किसी ने अफवाह फैलाई कि 10 रुपए का सिक्का नहीं चलता, जिसको लेकर व्यापारी भी 10 रुपए का सिक्का (10 rupee coin ) नहीं लेते और ग्राहक भी 10 रुपए का सिक्का लेने से कतराते हैं. जिसके बाद मीडिया ने कई व्यापारियों से बातचीत की तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ दिया या फिर मुंह फेर लिया.
इतना ही नहीं सिक्के कि नहीं चलने से जो यात्री या स्कूली छात्र बस में सफर करते हैं उन्हें भी काफी समस्या होती है. बस कंडक्टर 10 रुपए का सिक्का नहीं लेते हैं और कंडक्टर के पास जो सिक्के रहते हैं, उन्हें यात्री भी नहीं लेते. वहीं इस मामले पर मीडिया ने जब इस पर पूरी पड़ताल की तो पता चला कि यह पूरी तरह से अफवाह है जिससे लोग अभी भी सच मान रहे हैं.

उधर, इस मामले पर प्रशासनिक अधिकारी रोमा श्रीवास्तव का कहना है कि यह पूरी तरह से अफवाह 10 रुपए का सिक्का (10 rupee coin ) कहीं भी बंद नहीं हुआ है. मैं सभी से अपील करती हूं कि इस तरह की अफवाह पर ध्यान ना दें 10 रुपए का सिक्का बाजार में चल रहा है.